कैब ड्राइवर को थप्पड़ जड़ने वाली युवती का सच आया सामने

सुना तो था कि कानून अंधा होता है लेकिन इतना अंधा हो जाएगा कभी सोचा नहीं था कि कानून के रखवाले तमाशबीन बनकर कानून को लुटता देखते रहेंगे। 


Girl beating a cab driver at Avadh crossing in krishna nagar, lucknow

उत्तर प्रदेश - ऐसा ही लखनऊ का एक वीडियो पिछले दो दिन से बहुत वायरल हो रहा है जिसमे एक लड़की एक कैब ड्राइवर को थप्पड़ जड़ते हुए नज़र आ रही है। ( a girl beating cab driver) लेकिन कैब ड्राइवर ने पलट कर लड़की को हाथ तक नहीं लगाया और लड़की है कि रुकने का नाम नही ले रही है और लगातार युवक मारे जा रही है।  अजीब बात तो ये है की किसी ने भी उसको रोकने की कोशिश तक नहीं की यहां तक की वहां खड़े ट्रैफिक पुलिसकर्मी भी तमाशबीन बनकर तमाशा देखते रहे। वहीं से गुजर रहे एक युवक ने जब उस युवती को रोकने की कोशिश की तो युवती ने उसको भी नही बख्शा ओर उस युवक का गिरेंवा पकड़ लिया। इतना सब होने के बावजूद मारने वाले को छोड़कर मार खाने वाले युवक सहित 3 को ही पुलिस ने 24 घण्टे तक हवालात में रखा। जिसका सीधा मतलब है की ये सब नाटक करने वाली युवती एक लड़की थी इसलिए पुलिस ने ऐसा किया क्योंकि हिंदुस्तान में महिला को अलग ही दर्जा प्राप्त है इसका मतलब ये भी नहीं कि आप खुद ही सबको कानून का पाठ पढ़ाना शुरू कर दें और वो भी हिंसा करके और इसका मतलब ये भी नहीं की हिंदुस्तानी महिलाएं नारी होने का फायदा उठाकर कुछ भी करें और कारवाई सिर्फ युवकों के ख़िलाफ़ हो ये कहाँ का क़ानून है?


थप्पड़ मारने वाली लड़की का नाम प्रियदर्शिनी यादव निवासी केसरी खेड़ा कृष्णा नगर है वही कैब ड्राइवर का नाम सहादत है।

प्रियदर्शिनी का कहना है की रेड लाइट होने पर वह जब अवध क्रोसिंग पर सड़क पार कर रही थी उसी वक्त सहादत बहुत तेज़ी से कार चलाते हुए आया ओर वह डर गई ऐसा लगा कार उसके ऊपर चढ़ सकती थी। उसका कहना है की सहादत ने ट्रैफिक नियमों का उलंघन किया इसलिए उसने सहादत मारा। वहीं सहादत का कहना है प्रियदर्शिनी ने गाड़ी से उसका मोबाइल निकालकर तोड़ा और 600 रुपये भी लूटे।


सोशल मीडिया पर किरिकिरी के बाद लखनऊ पुलिस आई हरकत में


अब बात करें प्रियदर्शिनी के रवैये की तो यह बहुत गलत तरीक़ा था यदि सहादत ने ट्रैफिक नियमों का उलंघन किया था तो ट्रैफिक पुलिस से शिकायत करनी चाहिए थी न कि आपने आपको जज मानकर ऑन द स्पॉट फैसला करना चाहिए था। अब इसको दादागिरी कहें या कुछ और? और रही बात ट्रैफिक पुलिस की तो उन्हें किस बात का डर था जो उन्होंने पिटते हुए युवक को छुड़ाया नहीं? इस वाइरल वीडियो से लखनऊ पुलिस की किरकिरी होने के कारण पुलिस प्रशासन ने त्वरित कारवाई करते हुए प्रियदर्शिनी के ख़िलाफ़ लूट सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है ओर किसी भी वक़्त प्रियदर्शिनी को गिरफ़्तार किया जा सकता है।

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