१२ जनवरी २०२१ को बिहार में वहशत का एक और खौफ़नाक मंजर सामने आता है जब एक इंडिगो एयरलाइन्स स्टेशन मेनेजर की मुख्यमंत्री आवास से मात्र 2 किमी दुरी पर गोलियों से भूनकर हत्या कर दी जाती है। अब सोचना यह है की जब सूबे के मुखिया के आवास से इतनी दुरी पर ऐसा भयावह हादसा हो सकता है तो बिहार की जनता कहा सुरक्षित होगी ?
पटना के जयप्रकाश नारायण अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डा पर इंडिगो के स्टेशन मेनेजर रुपेश सिंह की हत्या ने पुलिस प्रशाशन और सरकार की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़े कर दिए है। हालाकि रुपेश सिंह हत्याकाण्ड की जाँच पपुलिस द्वारा की जा रही है लेकिन बीजेपी सांसद विवेक ठाकुर ने 3 दिन में रुपेश हत्याकांड के हत्यारे सामने नही आने पर सरकार से इस हत्याकांड की जांच सी बी आई से कराने की मांग की है।
कैसे हुई रुपेश की हत्या
इंडिगो के स्टेशन हैड की हत्या उस वक्त हुई जब वह एयरपोर्ट से पटना के शास्त्री नगर थाना अंतर्गत अपने आवास पहुंच कर गेट खोले जाने का इन्तजार कर रहे थे तभी सम्भवतः पहले से ही घात लगाये बाईक सवार अपराधियों ने ताबड़तोड़ गोलिया बरसाकर रुपेश कि हत्या कर दी।
वंही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा की किसी भी तरह का अपराध प्रदेश में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा लेकिन क्या यह ऐसी पहली घटना है जब नीतीश कुमार को लगा की अपराध पर रोक लगानी चाहिए या फिर अपराध होगा तब हवाईबाते और फिर ठन्डे बसते में ?
ऐसा इसलिए क्योंकि
२३ दिसम्बर को बिहार के रोहतास जिले में तीन लोगों ने १६ साल की लड़की से गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया।
२४ दिसम्बर को आरा में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
३ जनवरी को मुजफ्फरपुर में एक किशोरी के घर में घुस कर चार लोगों ने पहले गैंगरेप किया फिर पीड़िता का गला घोंटा यही नही दरिंदगी की हद पार करते हुए आरोपियों ने किरोसिन तेल छिड़क कर उसको ज़िंदा जला दिया।
मधुबनी में एक १२ साल की दिव्यांग लड़की से बलात्कार कर उसकी आँखे फोड़ दी।
इन सभी घटनाओं को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जल्द से जल्द अपराधिक घटनाओं पर रोक लगाने लिए जल्द से जल्द कोई सख्त कदम उठाना चाहिए।
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